देहरादूनः ऊर्जा निगम ने पॉवर परचेज के अपने आंकड़े जारी कर 22 प्रतिशत कम दरों पर बिजली खरीदने की बात कही है.यूपीसीएल के अनुसार बिजली की बेहतर खरीद के चलते वह आज उपभोक्ताओं तक कम रेट में बिजली की आपूर्ति कर पा रहा है. वहीं प्रतिस्पर्धा के इस दौर में प्रदेशभर के हर गांव और हर घर तक बिजली की लगातार आपूर्ति कराने में भी उसने सफलता हासिल की है. यह सब कमाल यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक के नेतृत्व से ही हो पाया है. जिससे उत्तराखंड की जनता को खासा लाभ मिल रहा है.
यूपीसीएल के अनुसार प्रबंध निदेशक के नेतृत्व में आज यूपीसीएल ने प्रदेश के उद्योगों, शहरों, दूर दराज गांवों में सुचारू और कम रेट में विद्युत आपूर्ति बनाये रखने में सफलता हासिल की है. इसी क्रम में यूपीसीएल द्वारा इनोवेटिव पावर पर्चेज स्ट्रेटजी अपनाते हुए वित्तीय वर्ष 2023-24 में वित्तीय वर्ष 2022-23 के सापेक्ष में रिकार्ड 22 प्रतिशत कम रेट पर शार्ट टर्म मार्केट से सस्ती बिजली प्राप्त की है. बता दें कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में यूपीसीएल की औसतन शार्ट टर्म पावर पर्चेज 6.86 रुपए प्रति यूनिट थी, जो कि गत वित्तीय वर्ष 2023-24 में 22 प्रतिशत से घटकर 5.35 रुपए प्रति यूनिट हुई है. बाजार से सस्ती बिजली प्राप्त करने से उपभोक्ताओं के बिजली टैरिफ को कम किया गया है. जिसके फलस्वरूप प्रदेशभर में कम दरों पर सुचारू विद्युत आपूर्ति प्रदान किया जा पाना संभव हो पाया है. औसतन शार्ट टर्म पावर पर्चेज मूल्य में हुई घटोतरी से ओवरऑल पावर पर्चेज रेट भी वित्तीय वर्ष 2022-23 में 5.48 रुपए प्रति यूनिट से 2.92 प्रतिशत घटकर गत वित्तीय वर्ष 2023-24 में 5.32 रुपए प्रति यूनिट हुई है. बेहतर पावर पर्चेज प्रबन्धन होने से ही यूपीसीएल द्वारा उपभोक्ताओ के विद्युत बिलों में FPPCA मद में कुल 324 करोड़ (माह जुलाई, 2024 में 39.06 करोड़ रुपए 0.30 प्रति यूनिट), माह अगस्त, 2024 में 67.10 करोड़ रुपए (0.52 प्रति यूनिट), माह सितम्बर, 2024 में 28.88 करोड़ ( 0.23 प्रति यूनिट), माह अक्टूबर, 2024 में 84.19 करोड़ ( 0.70 प्रति यूनिट) तथा माह नवम्बर, 2024 में 104.49 करोड ( 0.88 प्रति यूनिट)) तक की भी छूट दी गई है. विद्युत क्रय लागत में इस प्रकार हुई बचत की धनराशि को यूपीसीएल द्वारा मासिक आधार पर उपभोक्ताओं को विद्युत बिलों में छूट के रूप में दिया जा रहा है, जो कि श्रेणीवार न्यूनतम 26 पैसे से लेकर अधिकतम 101 पैसे प्रति यूनिट तक की दर्ज हुई है. जिसका विवरण नीचे दिया जा रहा है.
कितनी है खपत
यूपीसीएल के अनुसार 18 दिसंबर 2024 को कुल अनुमानित विद्युत मांग 40.13 मिलियन यूनिट की है. जिसमें विभिन्न स्रोतों से कुल विद्युत उपलब्धता लगभग 31.47 मिलियन यूनिट है. कुल अनुमानित मांग के सापेक्ष राज्य से 7.41 मिलियन यूनिट एवं केन्द्रीय पूल से 22.16 मिलियन यूनिट की उपलब्धता रहेगी. उपरोक्त के अनुसार यूपीसीएल के स्तर से कल किसी भी प्रकार की कटौती सम्भावित नहीं है. उपभोक्ताओं को सुचारू विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से किसी भी प्रकार की अपरिहार्य स्थिति में विद्युत की उपलब्धता में कमी होने पर रियल टाइम में ऊर्जा विनिमय के माध्यम से विद्युत खरीद की जाएगी.