देहरादूनः उत्तराखंड ऊर्जा निगम वितरण क्षेत्र को मजबूत करने के साथ ही विद्युत नुकसान को कम करने में जुटा है. इसी का नतीजा है कि पिछले 2 सालों में लाईन लॉस में कमी आई है. जिससे राजस्व में इजाफा हुआ है. आने वाले समय में प्रदेश के लोगों को सस्ती बिजली उपलब्ध करवाई जा सकती है. वहीं उत्तराखंड में बिजली की डिमांड में भी इजाफा हुआ है. ऐसे में यूपीसीएल द्वारा नए उपसंस्थानों के साथ नई लाइनें प्रदेशभर में स्थापित की गई हैं.
यूपीसीएल के अनुसार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व एवं सचिव (ऊर्जा) के मार्गदर्शन में पिछले कुछ सालों में विद्युत वितरण क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति पाई है. उत्तराखंड राज्य में विगत सालों में विद्युत आपूर्ति की मांग में लगभग 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है. ऐसे में यूपीसीएल द्वारा एक मजबूत विद्युत वितरण प्रणाली की स्थापना के साथ-साथ परिचालन एवं व्यवसायिक दक्षता में सुधार के लिए अहम कदम उठाये गये हैं. लगातार बढ़ रही मांग की आपूर्ती करने के लिए यूपीसीएल द्वारा वितरण क्षेत्र को और अधिक मजबूत बनाया गया है. जिसमें नये उपसंस्थानों का निर्माण के साथ नई लाईनें प्रदेश भर में स्थापित की गई हैं. साथ ही वर्ष 2023-24 में प्रदेश भर में सभी पोषकों पर विद्युत संतुलन बनाये रखने के लिए लगभग 4350 वितरण परिवर्तक स्थापित किये गये हैं.
भारत सरकार की योजना आरडीएसएस स्कीम की एएमआईएसपी एंड लॉस रिडक्सन वर्तमान में कार्यशील है. इस योजना का मुख्य उदेश्य विद्युत हानियों को कम कर उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता की विद्युत आपूर्ति देना है. यूपीसीएल द्वारा प्रबंध निदेशक के नेतृत्व में अपनी बिलिंग एवं कलेक्नशन दक्षता में सुधार करते हुए विगत 05 वर्षों में AT&C हानियों में रिकार्ड लगभग 5.8 प्रतिशत (2019-20 में 20.44 प्रतिशत से घटकर 2023-24 में 14.64 प्रतिशत) की कमी लाई गई है, जोकि सराहनीय है.
प्रबंध निदेशक महोदय द्वारा अवगत कराया गया है किAT&C हानियों को कम करना डिस्कॉम की वित्तीय स्थिति सुधारने के लिये महत्वपूर्ण है तथा हानियां कम होने से राजस्व में वृद्वि, तकनीकी उन्नति, मांग-आपूर्ति में संतुलन के साथ-साथ हानियों को कम होने से बचत प्राप्त होती है. जिससे उपभोक्ताओं को सस्ती दरों पर बिजली उपलब्ध करायी जा सकती है. भविष्य में भी यूपीसीएल द्वारा स्मार्ट मीटरिंग की प्रणाली की स्थापना, स्काडा एवं आर.टी.-डैस सिस्टम जैसी तकनीकों का उपयोग इत्यादि भी विद्युत हानियों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे.
यूपीसीएल का विगत 3 सालों का यह है T&D और AT&C हानियों का विवरण