अल्मोड़ा।उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या आज अल्मोड़ा दौरे पर पहुँचे। इस दौरान उन्होंने यूकेएसएसएससी घोटाला, महिला आरक्षण, अंकिता हत्याकांड समेत अल्मोड़ा में हुए दलित नेता जगदीश हत्याकांड को लेकर सरकार को जमकर घेरा। यशपाल आर्या ने कहा कि वह सरकार से मांग करते हैं कि इन तमाम मसलों को लेकर सरकार 2 दिन का विशेष सत्र बुलाये, ताकि इन मुद्दों पर चर्चा की जा सके।
अल्मोड़ा के सर्किट हाउस में यशपाल आर्या ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि कांग्रेस लगातार बेरोजगार युवाओं की हक की लड़ाई मजबूती के साथ लड़ रही है। हमारा कहना कि यूकेएसएसएससी घोटालो में अब तक पकड़ में आये हाकम समेत अन्य आरोपियों के पीछे आखिर कौन खड़ा है, वह बेनकाब होने चाहिए। हमें इस मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं है, इसलिए हम चाहते हैं कि हाईकोर्ट के न्यायाधीश की निगरानी में सीबीआई इस मामले की जांच करें। वहीं उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में 2004 में महिलाओं के लिए 20 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था की गई जो कि 2006 में बढ़ाकर 30 फीसदी किया गया। लेकिन वर्तमान सरकार की न्यायालय में लचर पैरवी के कारण महिलाओं से 30 फीसदी क्षैतिज आरक्षण का अधिकार छिन गया। अब सरकार 7000 पदों पर भर्ती का शिगूफा छोड़ रही है। उनकी मांग है कि इन पदों पर महिलाओं को उनके 30 फीसदी आरक्षण के साथ मौका मिले। उन्होंने कहा कि इस यूकेएसएससी घोटालों और महिलाओं को 30 फीसदी क्षैतिज आरक्षण को लेकर वह मांग करते हैं कि सरकार 2 दिन का विशेष सत्र लाये, ताकि इन मुद्दों पर चर्चा हो।
वही उन्होंने अंकिता हत्याकांड , दलित नेता जगदीश हत्याकांड समेत उत्तरकाशी में हुए दलित लड़की से दुराचार मामले में भी सरकार पर जमकर निशाना साधा। यशपाल आर्या ने कहा कि जहां अंकिता हत्याकांड में सबूत नष्ट कर सरकार आरोपियों को बचाने की कोशिश में लगी रही, वही अल्मोड़ा में हुए दलित नेता जगदीश की हत्या और उत्तरकाशी में दलित बच्ची से दुराचार मामले में भी सरकार की असंवेदनशीलता देखने को मिली। यहाँ पीड़ित परिवार को ढांढस बधाने के लिए उनके घर मे सरकार का आज तक कोई नुमाइंदा तक नहीं गया।
इस दौरान अल्मोड़ा विधायक मनोज तिवारी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीताम्बर पांडे, गुड्डू भोज, तारू जोशी, मनोज सनवाल आदि लोग मौजूद रहे।
